दास्ताँ__

है बिसाते-दिल लहू की एक बूंद,
चश्मे-पुर-खूं की रवानी और है__
नामाबर को कुछ भी हम पैगाम दें,
दास्ताँ उसने सुनानी और है__
Untold Feelings
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//चश्मे-पुर-खूं -- Blooded Eyes//

इतिहास__

लम्हों में सिमटता इतिहास,
ख़ुद के लिखे जाने के इन्तेज़ार में हैं__
Untold Feelings
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एक गुज़रा ज़माना__

कुछ तुम्हारी बंदिशें,कुछ हैं मेरे दायरे,
मुझे उन्हें कुछ बताना रह गया__
एक वक़्त मिले फिर से हम;तो लगा,
पीछे एक गुज़रा ज़माना रह गया__
Untold Feelings
©#Lines_By_Kw

रंग__

कोई रंग अब चढ़ता ही नहीं,
तेरी दोस्ती के रंग में जो रंगा हूँ__
Untold Feelings
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लम्हों से सदियों की नज़ाक़त__


वक़्त बेवक़्त, वक़्त की आफ़त, साथ ईशरत का रहे सलामत
चलता रहा एक अरसे से मैं; उम्मीद मिले, सहसा रुक पाऊँ__
लम्हों से सदियों की नज़ाक़त, मेरे कुछ अपनों की ईबादत
इन रिश्तों की नायाब ईमारत, इसका मैं सिकन्दर बन जाऊँ__
मौला मेरे, ऐसा कुछ कर, माजी को ज़ानिब कर पाऊँ
जवाँ-जवाँ महफ़िल हो जाये, फिर से मैं जिंदा हो जाऊँ__
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ईशरत--Pleasure/Happiness
नायाब--Unobtainable
नज़ाक़त-- Nicety
माजी-- Former
ज़ानिब--Direction/Present
जवाँ-- Young



वक्त तेरा, ख्याल मेरा__

जुदा-जुदा हालात तेरे ,और गलियों का रूखापन
जाए तो जाने न दे ,ख़्यालों-वादों का अपनापन
सुब्हाँ शाम,शाम सुब्हाँ; बस,यादों का वहशतपन__
वक्त तेरा, ख्याल मेरा; ख़त्म न होगा तक़रीबन__
Untold Feelings
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गर ऐसा हो जाए__

तेरा ख़्याल भी रुक जाए,_गर सूरज पश्चिम से उग जाए__
जमींजोन्द उन ख़्वाहिशों को,_अंदर ही तू दफना पाए__
मैं ना आऊं तेरे ख़्यालों में,_ये तू मुझको समझा पाए__
मैं लिखना बन्द हो जाऊं,_तेरी आँख से आँसूं एक भी आए__
Untold Feelings
©Lines_By_Kw