ओढ़__

एक हिफाज़त से गुज़री, उस चादर में आने के बाद__
कल रात ख़्वाब में, जो तुमको ओढ़ लिया मैंने__
Untold Feelings
©#Lines_By_Dan

तल्ख़ी__

थोड़ी तल्ख़ी भी तबीयत में बहुत लाज़मी है__
लोग पी जाते, जो समन्दर न खारा होता__  
Untold Feelings By Kw 
©#Lines_By_Kw

ख़ामोशी__

ख़ामोशी से रहने का मिज़ाज़ है, मेरा इसे गुरुर ना समझियेगा__
Untold Feelings 
©#Lines_By_Ish


नज़र__

देखा जाता है, सारे आलम को__
एक हम पर, नज़र नहीं होती__
Untold Feelings 
©Lines_By_Kw

ख़ामोशी__

खुद से कहीं दूर__तेरी ख़ामोशी में;
मैं, मुझ को ढूंढ रहा हूँ__
Untold Feelings
©#Lines_By_Kw

जलना__

अगर मालूम हो जाये, कि जलना कब तलक़ है__
चिराग़ों के लिए बुझना, जरा आसान हो जाये__
Untold Feelings
©#Lines_By_Ish

चाँद__

धुआँ-धुआँ हो गयी थी आँखे, चराग़ को जब बुझा रहा था__
मुंडेर से झुक के चाँद कल भी, पड़ोसियों को जगा रहा था__
©#Lines_By_Kw

हक़ीक़तें__

ख़्वाहिशों का कैदी हूँ_मुझे हक़ीक़तें सजा देती है__
आसान चीज़ों का शौक़ नहीं__ मुझे मुश्किलें मजा देती है__
Untold Feelings
©#Lines_By_Kw

चाँद__

लम्बी होती है अमावश भी कभी-कभी__
हर रात के हिस्से में चाँद भी नही आता__
Untold Feelings
©#Lines_By_Kw

इश्क़__

दिलों में रहता हूँ__ धड़कनें थमा देता हूँ__
मैं इश्क़ हूँ__
वजूद की धज्जियां उड़ा देता हूँ__
Untold Feelings
©#Lines_By_Kw

रक़्स__

रक़्स करने का मिला हुक़्म जो दरियाओं में__
हमने खुश हो के भंवर बांध लिए पाँवों में__
Untold Feelings
©#Lines_By_Ish

सामने__

सामने यूँ, ना आया करो ख़ुद्दारा__
सब्र तो सब्र है, हर बार नही होता__
Untold Feelings
©#Lines_By_Kw

वाबस्ता__

निगाहों से दूर पर आँखों में बसता है__
तसव्वुर तेरा,  रूह से वाबस्ता है__ 
Untold Feelings 
©#Lines_By_Kw 
तसव्वुर__Imagine 
वाबस्ता__Attached

इंतेज़ार__

चले आना ही होगा, तसव्वुर में मेहरबां बन के__
इंतेज़ार दिल को, कुछ हद से ज्यादा है__ 
Untold Feelings 
©#Lines_By_Kw  
तसव्वुर__Imagine

तलबगार__

मैं टूट के चाँहू__तू मेरी फिदरत हैं__
तू भी हो तलबगार मेरी,जरुरी तो नहीं__
Untold Feelings 
©#Lines_By_Kw

मुक़द्दर__

वहतें कुछ इस क़दर मेरा मुक़द्दर बन गयी__
हम जहां पहुंचे, हमारे साथ वीराने गए__
यूँ तो वो मेरी राग-ए-जान से भी थे नज़दीक-तर__
आंसुओं की धुंध में, लेकिन न पहचाने गए__ 
©#Lines_By_Kw

ख्वाब__

क्यूँ मेरी रातों के परिन्दें बेशजर हो गए__
नींदें बंज़र औ" ख्वाब समंदर हो गए__
मैंने कहा था इनसे के जागते रहना__
ख्वाब सो के उठे तो चद्दर हो गए_
Untold Feelings
©#Lines_By_Paraag

तेरा चेहरा__

जब हिज़्र के शहर में धूप उतरी,मैं जाग पड़ा तो ख़्वाब हुआ__
मेरी सोच खिज़ां की शाख बनी,तेरा चेहरा और गुलाब हुआ__
©#Lines_By_Kw
Untold Feelings
हिज़्र__Separation
खिज़ां__Autumn Season/Degeneracy Period

याद है तुम्हें__?

लुत्फ़ मुझपे थे पेश्तर__कर्म जो था मेरे हाल पर__
याद है सब ज़रा-ज़रा__कहते थे बावफ़ा__
मैं वहीं हूँ चाँद-ऐ-मुब्तिला__
तुम्हें याद है कि नही__?
©#Lines_By_Kw
Untold Feelings
लुत्फ़__Fun
पेश्तर__Formerly/Often
मुब्तिला__Smitten/Affected

Listen__

ma chère__

The best lack of all conviction while the worst are full of passionate intensity__

©#Lines_By_Kw

जरा तुम__

अश्कों को मेरे लेकर दामन पर, जाँचना जरा__
जम जाए तो ये खून है, बह जाए तो पानी__
Untold Feelings
©#Lines_By_Kw


ग़र्दिश__

बेआब हुआ अब तो मेरा दीदा-ए-नम भी__
ऐ ग़र्दिश-ए-आलम, तू किसी मोड़ पे थम भी__
  
बेआब__exposed/disrepute 
दीदा-ए-नम__tearful eyes  
Untold Feelings By Kw  
©#Lines_By_Zuhoor

ख़्वाहिश__

ख़्वाहिश में कमी ना रही,
दीदार ने सब कुछ गवाँ दिया__
ख़बर मिली उनके आने की,
इतना किया उजाला_ कि घर तक जला दिया__
Untold Feelings 
©Lines_By_Kw

अनजान परिन्दें__

हैं तो हैं दुनिया से बेपरवाह परिन्दें, शाख़ पर__
घात में उनके, कोई शिकारी है तो है__ 
Untold Feelings 
©#Lines_By_Kw


नज़र आये ज़रा__

पोंछना पड़ता है आँख से पानी कि_
साफ नज़र आये शोहरत का धुआँ__
देखा है तुमने,लेकिन अंदर कोई कितना जला है_
तुमको ख़बर नहीं है__
©#Lines_By_Ish
Untold Feelings


महसूस__

मैंने महसूस किया जो, तुमसे बात करके__
तुम जमाने में जमाने से,  जुदा लगते हो__ 
Untold Feelings 
©#Lines_By_Kw


तसव्वुर__

तुमने देखा है वो रुखसार_ वो पेशानी__
वो होढ़ जिन्दगी_ जिस के तसव्वुर में लुटा दी हमने_ 
Untold Feelings    
रुखसार_cheek
पेशानी_ forehead/luck
तसव्वुर_imagine

©#Lines_By_Kw

रात__

कह दो दिल में जलते इन चिरागों से कि__
         अब तो अपने अंगारे कम करे ;
कि कोई रात सुहानी हमें ,सुलाने आयी है__

©#Lines_By_Jiva 


नाम__

कैसे गवारा करेगा मेरा दिल__

तेरा नाम किसी गैर की जुबान पे__

©#Lines_By_Kw

वो लम्हें__

मेरी आँखों का हासिल थे वो लम्हें__

मैं जितनी देर तुम को देख पाया__

©#Lines_By_Kw

देखना__

देखना, खोद के तुम__अपने जिस्म की क़ब्रें__

मिलेंगी ख्वाहिशें__जिन्हें, तुम अंदर ही मार देते हो__

©#Lines_By_Kw

तुम__

कभी बेपनाह बरस पड़ी__कभी गम सी है__
ये बारिश भी__ कुछ-कुछ तुम सी है__ 

©#Lines_By_Kw

एक बात__

तेरी आवाज़ मुझमे__ फिर से जान डाल देगी__

तू बुरा अगर न माने__तो एक बात तुझसे कर लूं__

©#Lines_by_Kw

तुम__

वक़्त, हालात, शिकायतें सब फ़रेब था__
हर ज़र्रे-ज़र्रे में तुम बसर करती हो__

©#Lines_by_Sanju

फिर भी__

फिर भी धड़कता है उन्ही के लिए__

जिनके नाम से रुक जाती है धड़कने__

©#Lines_by_Kw

एक अरसा__

बहुत दिन बाद__हम तीनों साथ मिले__
तुम, मैं और वक़्त__
©#Lines_by_Kw

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रूह__

बिन छुए ही, रूह रंग गया__
इश्क़ तेरा रंगरेज__
©#Lines_by_Sanju

हुक़्म__

हुक़्म गूंगो का है ; लेकिन हुक़्म है__
हुक़्म की तामील होनी चाहिए__
©#Lines_by_Ish

एक मुद्दत__

मुद्दत के बाद उस ने, जो की लुत्फ़ की निग़ाह__ 
जी ख़ुश तो हो गया, मगर आँसू निकल पड़े__

©#Lines_by_Kaifi

लुत्फ़- अनुग्रह/Grace

मान__

एक तेरी दोस्ती का दीया__
दिल में, हमने भी जला रखा है__

©#Lines_by_Kw

सुनो__

बेशक़ मेरी बातें बेमतलब सी__
पर तेरी ख़ामोशी क़हर है__

©#Lines_by_Kw

वो__

जिस तरफ भी देखूं तेरा ही अक्स मयस्सर है इन आंखों में__
या तो हर कोई तुम जैसा है या सारा जमाना तुम हो__

©#Lines_by_Sanju

As Lawyer__

I Litigate__
I do not Capitulate__
#As_Lawyer

©#Lines_by_Kw

सुन__

तेरे ख़्याल के सामने थम जाता है__
मेरे ख़्यालों की भीड़ में सरकता हुआ वक़्त__
©#Lines_by_Sanju

देख ज़रा__

मैं किताब__
और जिंदगी पन्ने__;
एक-एक करके हाथों से सरकते जा रहे है__
©#Lines_by_Kw

हयात__

घिर गई है दो ज़मानों की कशाकश में हयात__
इक तरफ ज़ंजीर-ए-माज़ी एक जानिब हाल है__
हिज्र की राहों से चाँद; दीदार-ए-मंज़िल तक__
यूं है जैसे दरमियां इक रौशनी का साल है__
©Lines_by_Kw
Untold Feelings

Don't be quiet__

चुपके से सब सह जाना; तुम मुझको बतलाना__
चल__ तारों से बातें करना तुमको; मैं सिखलाता हूँ__ 
Untold Feelings 
©Lines_by_Kw

#untold

खाली ना रहा कभी, आंखों का ये मकाँ__
अश्क़ बह गए, तो ख़ामोशी ठहर गयी__