गर ऐसा हो जाए__

तेरा ख़्याल भी रुक जाए,_गर सूरज पश्चिम से उग जाए__
जमींजोन्द उन ख़्वाहिशों को,_अंदर ही तू दफना पाए__
मैं ना आऊं तेरे ख़्यालों में,_ये तू मुझको समझा पाए__
मैं लिखना बन्द हो जाऊं,_तेरी आँख से आँसूं एक भी आए__
Untold Feelings
©Lines_By_Kw

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