दास्ताँ__

है बिसाते-दिल लहू की एक बूंद,
चश्मे-पुर-खूं की रवानी और है__
नामाबर को कुछ भी हम पैगाम दें,
दास्ताँ उसने सुनानी और है__
Untold Feelings
©#Lines_By_Kw
//चश्मे-पुर-खूं -- Blooded Eyes//

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