शख्सियत__

शख्सियत अपनी को,कमज़ोर न पड़ने दे__
यहां हर कोई घबराया है__
दर्द क्या चीज़ है तेरे लिए! तेरे ताल्लुक़ात के
समंदर ने सिकन्दर तक को डुबाया है__
Untold Feelings
©#Lines_By_Kw

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